
समंदर में जीने की तहज़ीब देखता हूं
मै उगते सुरज में हर रोज उम्मीद देखता हूं
ये मुश्किलातो के दौर आज के तो नहीं
मैं ख्वाबों में भी अपनी मंजिलें करीब देखता हूं
लड़ना है तो अकेले और निहत्थे ही सही
मैं गर लडु जी जान से तो हार में भी जीत देखता हूं
ये रास्तों के पत्थर और कांटे मेरे दोस्त तो नहीं
मैं उनमें भी हौंसला बढ़ाने का हुनर अजीब देखता हूं
इन हाथों की लकीरों में कब तक रहे उलझकर
मै आज के कर्मो में ही कल का नसीब देखता हूं
-Rarebiologist Quotes
You penned it very well….
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Thank you
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My pleasure dost💖
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Behtarin rachna.👌👌
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Bahut Dhanyawad aapka
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