ये जो बीज आज बोया है मैनें
जर्रा जर्रा इसका काम आयेगा
जाया कुछ भी नहीं जाता जहां में
कल वृक्ष बन कर यही उभर आयेगा

Poetry, Shayari and Gazals
ये जो बीज आज बोया है मैनें
जर्रा जर्रा इसका काम आयेगा
जाया कुछ भी नहीं जाता जहां में
कल वृक्ष बन कर यही उभर आयेगा