जिम्मेदारीयो का बोझा लिए सिर पर
हालात में किसी भी बसर हो जाना है
नुमाइश पसंद नही है हमें इन गमों की
रोना हैं पर आंसू भी नज़र नहीं आना है

Poetry, Shayari and Gazals
जिम्मेदारीयो का बोझा लिए सिर पर
हालात में किसी भी बसर हो जाना है
नुमाइश पसंद नही है हमें इन गमों की
रोना हैं पर आंसू भी नज़र नहीं आना है
वाह!!
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Thank you
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