रास नही आते ये तौर-तरीके जमाने के मुझे
जहां ऐबो को सजाकर हुनर बताया जाता हो
ऐब अगर है तो छिपाना क्यो
हुनर अगर है तो सजाना क्यो

Poetry, Shayari and Gazals
रास नही आते ये तौर-तरीके जमाने के मुझे
जहां ऐबो को सजाकर हुनर बताया जाता हो
ऐब अगर है तो छिपाना क्यो
हुनर अगर है तो सजाना क्यो